गुरुवार, 28 फ़रवरी 2019

प्रयागराज कुंभ: बसों की ट्रेन और विश्व रिकार्ड

प्रयागराज कुंभ:जैसा मैंने देखा (2)
बसों की ट्रेन(?)...जी हां बसों की ट्रेन और वह भी इतनी लंबी कि देखते देखते आँखे थक जाएँ पर इस ट्रेन का ओर-छोर भी न मिल पाए।

 दरअसल प्रयागराज कुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं को निशुल्क लाने ले जाने के लिए प्रशासन ने शटल सर्विस के नाम से तक़रीबन 500 बसें चलायी हैं। अब इन्हीं बसों ने गिनीज बुक में अपना नाम दर्ज करवा लिया है...और हो भी क्यों न। जब इन बसों को एक लाइन में खड़ा किया गया तो लगभग 9 किमी लंबी ट्रेन बन गयी। सोचिए, जब बसों की ये 9 किमी लंबी ट्रेन चली होगी तो क्या जबरदस्त दृश्य होगा। एक रंग और समान आकार-प्रकार की इतनी बसों का एक साथ-एक लाइन में लगना ही किसी रिकार्ड से कम नहीं है।

 उप्र रोडवेज की कुम्भ पर्यटन में चलाई गयी इन 500 शटल बसों का एक साथ, एक रूट पर आकर्षक मार्च कानपुर हाइवे पर सहसो बाईपास से नवाबगंज तक फैला हुआ था और इस बस ट्रेन ने करीब 3 से 4 किमी का सफर तय किया।इसतरह बस-ट्रेन में शामिल सभी बसों ने लगभग 12 किमी की दूरी तय कर रिकॉर्ड बुक में अपना नाम दर्ज कराया।

वैसे यह तो हुई रिकार्ड की बात,लेकिन इन बसों ने कुंभ के अब तक के 40 दिनों से ज्यादा के आयोजन में लाखों लोगों को संगम तक पहुंचाकर और फिर गंगा मैया के दर्शन कराकर वापस सुरक्षित उनके गंतव्य तक छोड़कर उनके दिलों में अपनी अनूठी छाप छोड़ी है इसलिए दिव्य कुंभ-भव्य कुंभ के साथ 9 किमी की बस ट्रेन का यह रिकार्ड गिनीज बुक में तो दर्ज होना ही था।

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