बुधवार, 19 मई 2010

...बेटी हो तो ऐसी

बेटियां अपने साहस से ऐसी मिसाल कायम करती हैं कि आम लोग कह उठते हैं कि बेटी हो तो ऐसी। कुछ ऐसा ही उदाहरण हापुड की मीनू ने पेश किया है। उसने न केवल फेरों से पहले ज्यादा दहेज की मांग कर रहे दूल्हे को ठुकरा दिया बल्कि दहेज लोलुप लोगों के खिलाफ मामला दायर कराकर एक नजीर भी पेश की।

मोहल्ला इंद्रगढी निवासी चरण सिंह की पुत्री मीनू का विवाह दादरी (गौतमबुध्द नगर) के निवासी जूनियर इंजीनियर सुनील पुत्र रामपाल के साथ तय हुआ था। इंद्रगढी पहुंची और विवाह की रस्म शुरू हो गई। आरोप है कि सुनील और उसके पिता ने फेरों से पहले रात करीब दो बजे दुल्हन पक्ष से 42 हजार रूपये की मांग की और चेतावनी दी कि मांग पूरी न होने तक शादी की रस्म नहीं होगी। दहेज में एकाएक 42 हजार रूपये की मांग करने पर और कई घंटों की समझाईश के बाद भी इस शर्त से टस से मस नहीं होने पर मीनू के परिजनों ने दूल्हे, उसके पिता और भाई की जमकर धुनाई कर दी और उन्हें 4 घंटे तक बंधक बनाए रखा। वधु पक्ष के लोग इतने गुस्से में थे कि मौके पर पहुंची पुलिस को भी एक बार खदेड दिया गया। किसी तरह पुलिस बंधकों को मुक्त कराकर थाने ले गई।

4 टिप्‍पणियां:

  1. आपने ये तो बताया ही नहीं की मीनू ने वर पक्ष को पीटा या नहीं /ऐसे लोगों को दुल्हन से ही पिटवाया जाना चाहिए /

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  2. बहुत बढ़िया ...ऐसा ही करना चाहिए दहेजलोलुप लोगों के साथ....सच बेटी हो तो ऐसी

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  3. बेटियों कोऐसा होना ही पड़ेगा

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  4. हमारे गांव में भी एक बार ऐसी घटना हुई थी साहब .
    रिश्तेदारी में से ही किसी लड़के के साथ ही मौके पे लड़की की शादी करवा दी थी
    अच्छी जानकारी .
    आभार

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