शनिवार, 15 जून 2024

अयोध्या पर देश का पहला दस्तावेज

अयोध्या 22 जनवरी, पुस्तक रामलला की प्राणप्रतिष्ठा और मंदिर निर्माण की जानकारियों को समाहित करके लाया गया संभवतः देश का प्रथम दस्तावेज है। ये सच है कि #राममंदिर का प्रिंट और इलेक्ट्रोनिक मीडिया ने जरूरत से ज्यादा कवरेज किया। लेकिन इस कवरेज में अधिकतर, जरूरत का था ही नहीं। यह पुस्तक राम मंदिर और 22 जनवरी की ऐतिहासिक घटना का विस्तारपूर्वक विवरण आपको देती है। 

इसमें दर्ज घटनाएं, जानकारियां, विवरण, उनकी पृष्ठभूमि पढ़ते पढ़ते आप रोमांचित भी होते हैं और यदा कदा आश्चर्यचकित भी। 


पुस्तक को चार भागों उल्लास, विकास, इतिहास और दृष्टि पर्व नामक चार अध्यायों में विभाजित किया गया है, जो आपके विचारों को तारतम्य देते हैं। उल्लास पर्व में अधिकतर सामग्री प्राण प्रतिष्ठा उत्सव से जुड़ी हैं, विकास पर्व में मंदिर और अयोध्या में आए बदलावों को शामिल किया गया है। इतिहास पर्व में ऐतिहासिक घटनाओं, दस्तावेजों का चित्रण साथ ही इस आयोजन पर भी प्रकाश डाला गया है। दृष्टि पर्व में विशिष्ट व्यक्तियों द्वारा इस आयोजन के बारे में की गई टिप्पणियों को समावेश है।


लेखक संजीव शर्मा

एक संयमित और जिम्मेदार लेखक हैं, ये उनकी इस वर्ष ही दूसरी कृति है। वे अतिरेक से बचते हुए अपने सम्पूर्ण लेखन को प्रामाणिक बनाए रखने में सफल रहे। सुघड़ भाषा, शब्द, विन्यास पढ़ते हुए आने वाले दबाव को संतुलित करते हैं। कुल मिलाकर एक बेहतरीन श्रेणी की पुस्तक है। यह पुस्तक उनके लिए भी है, को इस आयोजन उस दौरान नहीं देख सके और वे भी जो अगले एक दो सालों में अयोध्या जाने वाले हैं। इस पुस्तक को पढ़ने के बाद आप आयोजन और नई अयोध्या को एक दूसरे व्यापक नजरिए से भी देख सकेंगे। 


इसके प्रकाशक #लोक_प्रकाशन भोपाल हैं। जिन्होंने विषय को गरिमामय अंदाज से ही प्रस्तुत किया। कागज, प्रिंटिंग, कवर, फॉन्ट, लेआउट सभी कुछ शानदार है। इसके प्रमुख  Manoj Kumar  जी अपने हर पुस्तक के हर पक्ष को पूरा समय देते हैं। जिससे चीजें और भी बेहतर होती हैं। लेखन और प्रकाशक की इस जोड़ी ने वाकई कमाल किया है। उन्हें इस उपलब्धि पर बहुत बहुत बधाई और शुभकामनाएं। पुस्तक अमेजन पर भी उपलब्ध है, प्रकाशक से भी मंगा सकते हैं। जरूर पढ़िए। 


पुस्तक समीक्षा : अयोध्या 22 जनवरी

लेखक : श्री संजीव शर्मा

प्रकाशक : लोक प्रकाशन, भोपाल

मूल्य: 300 रुपए मात्र

समीक्षक: संजीव परसाई


लेखक के बारे में: 

संजीव शर्मा आकाशवाणी भोपाल, मप्र में समाचार संपादक हैं और भारतीय सूचना सेवा के अधिकारी है। अयोध्या 22 जनवरी आपकी दूसरी पुस्तक है। इससे पहले विभिन्न देशों की यात्राओं पर केंद्रित ‘चार देश चालीस कहानियां’ पुस्तक भी काफी लोकप्रिय हुई थी। आपको माधवराव सप्रे समाचार पत्र संग्रहालय और शोध संस्थान भोपाल और जनसंपर्क सोसायटी ऑफ इंडिया मप्र सहित कई प्रतिष्ठित पुरस्कार मिल चुके हैं।


समीक्षक के बारे में:

संजीव परसाई जाने माने संचार कर्मी और व्यंग्यकार हैं। आप मप्र में स्वच्छ भारत मिशन शहरी के टीम लीडर हैं और कई अभिनव पहल के लिए जाने जाते हैं।


#Ayodhya #RamMandir

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