शनिवार, 8 जुलाई 2023

अब करिए प्रधानमंत्री के साथ कदमताल और खिंचवाइए तस्वीर...!!

एक समय हम आप अपने पसंदीदा नेता की एक झलक देखने के लिए परेशान रहते थे लेकिन अब आप उनके साथ तस्वीर निकलवा सकते हैं,घूम सकते हैं और उनके ऑटोग्राफ हासिल कर सकते हैं…वह भी महज पचास रुपए में। इतने कम पैसे में इंदिरा गांधी आपको हस्ताक्षरित पत्र लिख सकती हैं और पचास रुपए में ही अटल बिहारी वाजपेई आपके साथ फोटो खिंचवा सकते हैं..कुछ और पैसे खर्च करें तो आप सौ रुपए में पंडित जवाहर लाल नेहरू से लेकर लाल बहादुर शास्त्री तक और राजीव गांधी से लेकर चंद्रशेखर तक किसी के भी साथ वॉक कर सकते हैं…और बिना फूटी कौड़ी खर्च किए भी आप अपनी तस्वीर के साथ ज्ञान बांट सकते हैं और हाथों में हाथ डालकर एकता श्रृंखला यानि यूनिटी चेन बना सकते हैं… इतना ही नहीं, और भी बहुत कुछ है दिल्ली में सुप्रसिद्ध तीन मूर्ति के साथ बने अनूठे प्रधानमंत्री संग्रहालय यानि पीएम म्यूज़ियम में। वैसे, प्रधानमंत्री संग्रहालय में लगने वाली फीस केवल हमारे अंदर जिम्मेदारी का भाव जगाने के लिए है क्योंकि मुफ़्त में तो ताजमहल की भी कद्र नहीं है। 

43 गैलरी में सजायी गई 15 प्रधानमंत्रियों की जीवन गाथा,उपलब्धियों,फैसलों और तस्वीरों को ऑडियो,वीडियो, लाइटिंग,आईटी और एआई जैसी तमाम तकनीकों के जरिए इतने अद्वितीय तरीके से संजोया गया है कि आप यहां घंटों गुजारने के बाद भी अतृप्त लौटते हैं। हमारी आज़ादी की लड़ाई से लेकर उसके बाद के 75 सालों की सभी बड़ी घटनाएं यहां जीवंत हो उठी हैं। 

हम कह सकते हैं कि प्रधानमन्त्री संग्रहालय स्वतंत्रता के बाद से भारत के प्रत्येक प्रधान मंत्री को एक आदरांजलि है, और पिछले 75 वर्षों में हमारे देश के विकास में उनके योगदान का एक वर्णनात्मक रिकॉर्ड है। यह प्रधानमंत्रियों के सामूहिक प्रयास का इतिहास है और भारत के लोकतंत्र की रचनात्मक सफलता का शक्तिशाली प्रमाण भी ।

इसलिए, दिल्ली जाएं तो प्रधानमंत्री संग्रहालय ज़रूर जाए…यह इंडिया गेट,नया संसद भवन और कर्तव्य पथ जैसा ही एक प्रमुख आकर्षण है।

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