सोमवार, 1 जनवरी 2024

जी हां,ये गन्ने के फूल हैं...??

 


गन्ने के फूल (Sugarcane flowers)..जी हां,ये गन्ने के फूल हैं । मेरी तरह गन्ने को केवल गुड़ और ‘गन्ने के रस’ के लिए जानने वालों के लिए यह जानकारी नई हो सकती है। कस्बाई पृष्ठभूमि में बचपन गुजारने के दौरान गन्ना,रस और गरमा गरम लिक्विड गुड़ से लेकर हमारे आपके घर तक पहुंचने वाले गुड़ की समूची प्रक्रिया से कई बार रूबरू होने का मौका मिला है और दोस्तों के सहयोग से खेत पर धनिया, पुदीना और नीबू के साथ ताज़ा गन्ने का रसपान भी सालों साल किया है लेकिन गन्ने का फूल देखने या इसके बारे में जानने का कभी मौका ही नहीं मिला। सोशल मीडिया पर फोटो डालने पर कई मित्रों ने इसे कांस बताया तो कुछ ने ज्वार और बाजरा।

आमतौर पर, किसी भी पेड़ पौधे के लिए फूल सबसे ज़रूरी और कीमती अवस्था होती है जिससे फल और उस पौधे की अगली पीढ़ी के सृजन का मार्ग प्रशस्त होता है लेकिन गन्ने (स्थानीय बोलचाल में सांटे) के फूल के साथ ऐसा नहीं है। बताया जाता है कि गन्ने पर फूल आना सौभाग्य नहीं बल्कि दुर्भाग्य माना जाता है। प्रगतिशील युवा और कृषि में गहरी रुचि रखने वाले एवं मेरे भांजे अंकुर ने इस जिज्ञासा का बहुत विस्तार से समाधान किया। अंकुर ने बताया कि गन्ने में फूल आने का मतलब है कि गन्ने के उस बीज की आयु पूरी हो गई है और वह परिपक्वता की अवस्था में है।
सीधे शब्दों में कहें तो ये तीसरे साल का गन्ना है जिसमें फूल आ गया है और गन्ने में फूल आना इस बात का संकेत है कि इस गन्ने की अब उम्र पूरी हो गई है। आमतौर पर गन्ने के एक बीज/ गांठ की उम्र या परिपक्वता तीन साल ही होती है। इसके बाद उस बीज से गन्ने की पैदावार नहीं होती या फिर मरियल सी,रसहीन और कुपोषित फसल होगी। इसलिए, किसान इसकी कलम नहीं करते इसे काटकर नया गन्ना ही लगाया जाता है । स्थानीय भाषा में इस फूल आए गन्ने को त्रिजड़ी कहा जाता है। कहीं-कहीं अच्छे पोषण और रोगमुक्त स्वस्थ वैरायटी की वजह से फूल चौथे साल में आता है तब उस गन्ने को 'मड़ी' बोलते हैं। ऐसे बीज चार साल तक उपयोगी रहते हैं।
तो यह थी गन्ने के फूल की गाथा…। (29 Dec 2023)

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