क्या है शिमला का इटली से प्राकृतिक कनेक्शन..!!
क्रेग्नानो नेचर पार्क प्रकृति के चितेरो के लिए एक ऐसा कैनवास है जिसपर वे अपनी कलात्मकता से नए नए रंग भर सकते हैं, मनमाफिक पटकथा लिख सकते हैं और सुकून और सेहत के खुशनुमा पल गुजार सकते हैं। देवदार, चीड़ और चिनार के पत्तों के बीच से झांकती सूरज की नटखट किरणें हो या खूबसूरत फूलों पर अठखेलियां करती रंग बिरंगी तितलियां या पक्षियों के कलरव से उपजा दिलकश संगीत..या फिर अनोखी दिल को छू लेने वाली शांति। यहां आकर आपको प्रकृति से निकटता का अनूठा अनुभव होता है।
शिमला से मशोबरा की ओर तथा लगभग 12 किलोमीटर दूर स्थित इस क्रैग्नानो नेचर पार्क तक महज 40 मिनट की हरीभरी और ऊंचे देवदार की छत्रछाया में ड्राइव आपको इस मामूली सी दूरी का भी अहसास नहीं होने देती। मशोबरा में 7,700 फीट की ऊँचाई पर करीब 9.6 हेक्टेयर में फैला यह क्रैग्नानो पार्क हरी-भरी वादियों में बसा एक ऐसा स्वर्ग है, जहाँ पहाड़ों की ठंडी हवा, घने जंगलों की सिहरन और इतालवी शैली का ऐतिहासिक आकर्षण एक साथ मिल जाते हैं।
यहां से हिमालय की चोटियाँ बादलों को छूती नजर आती हैं। यह जगह मूल रूप से 19 वीं सदी में इतालवी व्यवसाई और फोटोग्राफर चेवालियर फ्रेडरिको पेलिटी द्वारा बनाई गई थी, जिन्होंने इसे अपने जन्मस्थान क्रैग्नानो (इटली) के नाम पर बसाया था। इस पार्क की खूबसूरती इतनी विविध और मोहक है कि हर मौसम में यह नया रंग-रूप धारण कर लेता है। वसंत और ग्रीष्म में पार्क रंग-बिरंगे फूलों से सजा होता है एवं लाल, पीले और गुलाबी फूलों की चादर यहां बिछी रहती है तो शरद ऋतु में पेड़ सोने-चाँदी के रंगों से जगमगा उठते हैं, जबकि सर्दियों में बर्फ की सफेद चादर इस जगह को एक परी लोक जैसा बना देती है।
यहाँ देवदार, ओक और पाइन के घने जंगल हैं, जिनके बीच से बहती ठंडी ताजी हवा जीवन को नए अहसास और मन को शांति से भर देती है। यहाँ तीन ट्रेल्स (रास्ते) हैं – पाइन ट्रेल, ओक ट्रेल और एकेडमी ट्रेल – जो पैदल चलने वालों के लिए अनूठा अनुभव देते हैं। इन रास्तों पर चलते हुए आप तितलियों के झुंड, रंगीन फूलों और शांत वादियों का भरपूर आनंद ले सकते हैं। यहाँ बने ट्री हाउस में पहुँचकर आप शहर की भागदौड़ भूलकर प्रकृति की गोद में सुकून से आराम कर सकते हैं।

यार सच बताऊँ, शिमला को हम हमेशा माल रोड, रिज, और एप्पल गार्डन तक ही समझते रहे, लेकिन ऐसे कोने ही असली खज़ाना रखते हैं। क्रेग्नानो नेचर पार्क वाली बात सुनकर लगता है कि यहाँ जाकर इंसान खुद को थोड़ा ठीक कर लेता है। वो ऊँचे देवदार, हवा में हल्की ठंडक, और रास्तों पर चलने की आज़ादी, सब कुछ मिलकर दिमाग साफ कर देता है।
जवाब देंहटाएंवाकई, यह पार्क और इस जैसी कई अन्य विरासत हैं शिमला में
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